भारत में इंटरनेट सेवा प्रयोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, इन्टरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार भारत में इंटरनेट यूजर की संख्या दस करोड़ को पार कर गई है । बरहाल जहां इन्टरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है वही साइबर अपराध की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। यह एक ग्लोबल समस्या बन कर उभरा है और हर गुजरते दिन के साथ साइबर स्पेस पर हमले और हैकिंग की मामले बढ़ते जा रहे हैं। राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार देश में साइबर संबंधी अपराधों की घटनाओं में करीब 50 फीसदी की बढ़ोत्तरी हर साल हो रही है। रिपोर्ट के अनुसार बैंकिंग और वित्तीय सेवाओं में पिछले साल तक यह दूसरा सबसे कॉमन अपराध बन कर उभरा है | भारत में साइबर हमले का मामला खासा जटिल होता जा रहा है और आये दिन हो रहे साइबर वित्तीय अपराध के मामले सामने आ रहे है, लेकिन साइबर क्राइम के तहत होने वाले सलामी हमले में वित्तीय धोखाधड़ी से लोग बेखबर रहते है | दरसल सलामी हमले में होने वाला वित्तीय परिवर्तन इतना महत्वहीन होता है की किसी को इसकी भनक भी नहीं लगती | एक सलामी हमले में गुप्त रूप से डिजिटल डाटा का दुष्प्रयोग कर वित्तीय धोखाधड़ी को अंजाम दिया जाता है | आमतौर पर अपराधी इसमें एक प्रणाली द्वारा वित्तीय खातों से एक समय में पैसे या संसाधनों की एक छोटी चोरी करता है | इस मामले में गुपचुप तरीके से आर्थिक अपराध को अंजाम दिया जाता है और इलेक्ट्रॉनिक बैंकिंग या इलेक्ट्रॉनिक डाटा का अनुरेखण करके गुप्त रूप से वित्तीय अपराध होता है | दरसल सलामी हमला मामूली हमलों की एक श्रृंखला है जिसमें संपत्ति की एक छोटी राशि, लगभग सारहीन मात्रा को व्यवस्थित ढंग से चोरी की जाती है | ये इतना अप्रतक्ष्य होता है की शायद ही कोई खाता धारक इस अनधिकृत डेबिट को नोटिस करता है | सामान्यता इस तरह के सलामी हमले में खाता धारक के खाते से 2 से 5 रुपये की एक अल्प राशि काट ली जाती है और इस तरह की छोटी राशि पर खाता धारक कभी ध्यान नहीं देता है | इसमें ट्रोजन हॉर्स तकनीक का प्रयोग करके स्वचालित रूप से वित्तीय डाटा का दुरूपयोग किया जाता है | आमतौर पर, हर बार चोरी की राशि इतनी कम होती है कि सलामी धोखाधड़ी का पीड़ित इसे कभी भी नोटिस नहीं करता है और इस तरह अलग-अलग खाते से ये अल्प राशि की चोरी से एक विशाल रकम पैदा की जाती है | भारत में तीन चौथाई इंटरनेट उपभोक्ता किसी न किसी तरह साइबर अपराध का शिकार होते हैं और इस कारण देश साइबर क्राइम से बुरी तरह प्रभावित माना जा सकता है |
Dr Pallavi Mishra is working as an Associate Professor. NET/JRF qualified.Founder of PAcademi.com

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